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भारत में विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग विचलन के विशिष्ट पक्षों को लिखें और विस्तार से चर्चा करें

Sunil Cyber Cafe 0

 आपका प्रश्न “भारत में विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग विचलन के विशिष्ट पक्षों को लिखें और विस्तार से चर्चा करें” (Write and discuss the specific aspects of deviance by privileged class in India) समाजशास्त्र या विधि (Law/Sociology) से संबंधित एक गंभीर विषय है।

यहाँ मैं इसका संक्षिप्त उत्तर और फिर विस्तृत व्याख्या दे रहा हूँ जो कि UPSC/UGC/Academics के लिहाज से उपयोगी हो सकता है:


✦ विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग (Privileged Class) द्वारा विचलन के विशिष्ट पक्ष:

मुख्य विशेष पक्ष (Specific Aspects):

  1. सफ़ेद कॉलर अपराध (White Collar Crimes)
  2. राजनीतिक भ्रष्टाचार
  3. आर्थिक अपराध / कर-चोरी (Tax Evasion)
  4. नियामक उल्लंघन (Regulatory Violations)
  5. शोषण और पद का दुरुपयोग (Abuse of Power)
  6. प्राकृतिक संसाधनों की लूट
  7. न्यायिक और कानूनी प्रक्रिया में हस्तक्षेप


✦ विस्तार से चर्चा:

. 1. सफेद कॉलर अपराध (White Collar Crime)

विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग – जैसे कि व्यवसायी, नौकरशाह, डॉक्टर, इंजीनियर, राजनेता – अक्सर ऐसे अपराधों में शामिल होते हैं जिन्हें आम लोग अपराध नहीं समझते।

उदाहरण:
– घोटाले (Scams),
– फर्जी दस्तावेज़ बनाना,
– शेयर बाजार में धोखाधड़ी,
– कंपनी के पैसे का गबन।

विशेषता: बिना हिंसा के, पर व्यापक सामाजिक नुकसान।


. 2. राजनीतिक भ्रष्टाचार

राजनीति में बैठे लोग अपने पद का दुरुपयोग करते हैं – जैसे कि रिश्वत लेना, टेंडर में गड़बड़ी, सरकारी योजनाओं का पैसा गबन।

उदाहरण:
– 2G स्पेक्ट्रम घोटाला,
– कोयला आवंटन घोटाला।


. 3. आर्थिक अपराध और कर चोरी

उच्च आय वर्ग टैक्स से बचने के लिए झूठे दस्तावेज़ बनाते हैं, विदेशी बैंकों में पैसे जमा करते हैं।

उदाहरण:
– पनामा पेपर्स लीक,
– हवाला ट्रांजैक्शन।


. 4. नियामक उल्लंघन (Regulatory Violations)

विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग अक्सर पर्यावरण नियम, श्रम कानून, व्यापार नियमों का उल्लंघन करते हैं, और फिर जुर्माना देकर बच निकलते हैं।


. 5. पद और शक्ति का दुरुपयोग

IAS, IPS, मंत्रीगण अपने प्रभाव से कानून को मोड़ लेते हैं, सबूत मिटा देते हैं या केस दबवा देते हैं।

उदाहरण:
– VIP लोगों द्वारा पुलिस थानों को प्रभावित करना।
– जमानत आसानी से मिल जाना, जबकि आम लोगों को सज़ा होती है।


. 6. संसाधनों की लूट

प्राकृतिक संसाधनों जैसे कोयला, जंगल, जल – पर अधिकार जमाना और अवैध दोहन करना।

उदाहरण:
– खनन माफिया, रेत माफिया।


. 7. न्यायिक हस्तक्षेप और कानूनी प्रणाली का दुरुपयोग

महंगे वकील, लीगल गैप, कमजोर जांच एजेंसियां – इनका लाभ विशेष वर्ग को मिलता है।


✦ निष्कर्ष:

विशेषाधिकार प्राप्त वर्ग का विचलन (Deviance) अधिक संगठित, छिपा हुआ और प्रभावशाली होता है। इस कारण उन्हें जल्दी न्यायिक सज़ा नहीं होती, और उनका सामाजिक-आर्थिक रुतबा उन्हें बचा लेता है। समाज में समानता और न्याय की स्थापना के लिए ऐसे विचलनों पर कड़ी निगरानी और दंडात्मक कार्रवाई जरूरी है।



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