संपत्ति विवादों से जुड़े मामलों में एक आम सवाल उठता है – क्या कोई बहन या भाई अपने हिस्से से त्यागपत्र देकर सहायक (भाई/बहन) के पक्ष में पैतृक संपत्ति का अधिकार छोड़ सकता है? क्या सिर्फ तहसीलदार के सामने बयान देना ही काफ़ी है? आइए जानते हैं पूरी कानूनी प्रक्रिया।
. बहन/भाई का नाम संपत्ति से हटाने की वैधानिक प्रक्रिया क्या है?
यदि कोई भाई या बहन अपनी पैतृक संपत्ति में से अपने हिस्से का त्याग करना चाहता है, तो केवल मौखिक बयान या हल्फनामा काफ़ी नहीं होता। इसके लिए कुछ कानूनी प्रक्रियाएं अपनाना अनिवार्य है:
. त्याग पत्र (Relinquishment Deed) क्या है?
त्याग पत्र (Release Deed/Relinquishment Deed) एक कानूनी दस्तावेज़ होता है जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपने हक का हिस्सा स्वेच्छा से किसी अन्य सह-स्वामी के पक्ष में छोड़ता है।
. त्याग पत्र की प्रक्रिया:
1. दस्तावेज तैयार करना:
किसी अधिवक्ता से संपर्क कर त्याग पत्र (Relinquishment Deed) तैयार करवाएं जिसमें स्पष्ट रूप से यह लिखा हो कि त्यागकर्ता स्वेच्छा से अपने हिस्से से अधिकार छोड़ रहा है।
2. स्टांप पेपर पर लिखवाना:
त्याग पत्र को निर्धारित स्टांप शुल्क (राज्य सरकार द्वारा तय) के साथ स्टांप पेपर पर तैयार करवाना होता है।
3. पंजीकरण (Registration):
त्याग पत्र को संबंधित उप-पंजीयक (Sub-Registrar) कार्यालय में रजिस्टर्ड कराना अनिवार्य है। केवल तहसील कार्यालय में मौखिक बयान देना मान्य नहीं होता।
4. गवाह:
दो गवाहों की उपस्थिति में दस्तावेज का पंजीकरण किया जाता है।
. किन दस्तावेजों की आवश्यकता होती है?
-
संपत्ति से संबंधित दस्तावेज (Registry/Patta/Will)
-
त्यागकर्ता और प्राप्तकर्ता के आधार कार्ड की प्रति
-
पासपोर्ट साइज फोटो
-
स्टांप शुल्क का चालान
-
पहचान प्रमाण पत्र (ID Proof)
-
गवाहों के दस्तावेज
. क्या तहसीलदार के समक्ष बयान देना पर्याप्त है?
नहीं। केवल तहसील कार्यालय में मौखिक रूप से दिया गया बयान या आवेदन कागज़ी कार्रवाई का हिस्सा हो सकता है, लेकिन उसका कोई कानूनी मूल्य नहीं होगा जब तक वह विधिवत रजिस्टर्ड न हो। त्याग पत्र को पंजीकरण अधिनियम, 1908 के अंतर्गत पंजीकृत करवाना अनिवार्य है।
. क्या कोर्ट में दस्तावेज मान्य होगा?
यदि त्याग पत्र विधिवत रूप से रजिस्टर्ड है, तो वह न्यायालय में मान्य होगा और संपत्ति का मालिकाना हक संबंधित व्यक्ति को मिल सकता है। अनरजिस्टर्ड या मौखिक त्याग को कोर्ट अमान्य कर सकती है।
. निष्कर्ष:
यदि आप चाहते हैं कि बहन या भाई पैतृक संपत्ति में से अपने अधिकार का त्याग करें, तो इस प्रक्रिया को कानूनी रूप से अपनाएं:
-
त्याग पत्र तैयार करें
-
स्टांप शुल्क भरें
-
रजिस्टर्ड कराएं
-
गवाहों को शामिल करें
सिर्फ तहसील में मौखिक बयान देना पर्याप्त नहीं है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
प्र. क्या बिना पंजीकरण के त्याग पत्र मान्य है?
उत्तर: नहीं, केवल रजिस्टर्ड त्याग पत्र ही वैधानिक रूप से मान्य होता है।
प्र. क्या सभी सह-स्वामियों की सहमति आवश्यक है?
उत्तर: हाँ, जब संपत्ति में कई हिस्सेदार हों, तो सभी की सहमति एवं त्याग पत्र ज़रूरी होता है।
प्र. त्याग पत्र पर कितना स्टांप शुल्क लगता है?
उत्तर: यह राज्य अनुसार बदलता है, लेकिन सामान्यतः मार्केट वैल्यू के एक निश्चित प्रतिशत के अनुसार शुल्क लिया जाता है।